दरअसल, जुम्मे का मतलब जमा होना यानी एकत्र होना होता है. जुम्मे की नजाम हर दिन की नमाज से अलग होती है, क्योंकि जुम्मे की नमाज में खुतबा होता है. ... जुम्मे की नमाज का सबसे बड़ा मकसद मुसलमानों को जमा करना और उन्हें पैगाम देना होता है. खुतबे में हर मस्जिद के इमाम नमाज से पहले लोगों को एक पैगाम देते हैं.
By:-culturalboys
I'm not momdun. but it's nice 😁 .
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